Narad Puran / नारद पुराण
Narad Puran / नारद पुराण
Size Of Books/पुस्तक का साइज : 46.9 MB
Number Of Pages/पृष्ठ संख्या : 984
Category/श्रेणी : All Books, DHARM / धर्म, hindu, All Ved Puran Books In Hindi PDF | सभी वेदों पुराणों की पुस्तक हिंदी में
Page Quality/पेज क्वालिटी : Normal
Language/भाषा: Hindi
नारद पुराण (Narad Puran)
नारद पुराण हिंदू धर्म के अठारह प्रमुख महापुराणों में से एक है। यह पुराण भगवान विष्णु और भक्त नारद मुनि के संवाद के रूप में लिखा गया है। इसमें भक्ति, ज्ञान, धर्म, कर्म, पूजा-विधान, तीर्थों का महत्त्व, तथा मोक्ष प्राप्ति के मार्ग का विस्तृत वर्णन किया गया है।
मुख्य विशेषताएँ:
📖 संख्या: २५,००० से अधिक श्लोक
🛕 मुख्य देवता: भगवान विष्णु
🎤 संवाद: नारद मुनि और विभिन्न ऋषियों के बीच
📜 भाषा: संस्कृत
विषय-वस्तु (Topics Covered)
1. भक्तिमार्ग का महत्व
- इस पुराण में बताया गया है कि भक्ति के माध्यम से कोई भी भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त कर सकता है।
- भगवान के नाम-संकीर्तन, दान, यज्ञ, और सेवा को मोक्ष प्राप्ति का सर्वोत्तम मार्ग बताया गया है।
2. तीर्थों और व्रतों का महत्व
- इसमें प्रयागराज, काशी, बद्रीनाथ, रामेश्वरम जैसे तीर्थों का वर्णन किया गया है।
- व्रतों और उपवासों (एकादशी, प्रदोष व्रत, संकष्टी चतुर्थी) की महिमा का उल्लेख किया गया है।
3. श्रीहरि और शिव की महिमा
- नारद पुराण में भगवान विष्णु और भगवान शिव की लीला, पूजा-विधान, और महत्व बताया गया है।
- इसमें विष्णु सहस्रनाम और शिव महिमा का उल्लेख है।
4. धर्म, नीति और सदाचार
- समाज में अच्छे आचरण, कर्तव्य, और नैतिकता को अपनाने की शिक्षा दी गई है।
- राजधर्म, गृहस्थ धर्म, सन्यास धर्म की व्याख्या की गई है।
5. ज्योतिष और मंत्र-तंत्र साधना
- ग्रह, नक्षत्रों और ज्योतिष शास्त्र का विवरण दिया गया है।
- इसमें कुछ तांत्रिक साधनाओं का भी उल्लेख मिलता है।
नारद पुराण का महत्व
✅ भक्ति और मोक्ष मार्ग को सरलता से समझाता है।
✅ व्रत, पूजा, और दान का महत्त्व बताता है।
✅ सनातन धर्म के आदर्शों की व्याख्या करता है।
✅ ज्योतिष, तीर्थयात्रा और कर्मकांड का ज्ञान प्रदान करता है।