Markende Puran / मार्कंदय पुराण
Size Of Book/पुस्तक का साइज : 17.6 MB
Number Of Pages/पृष्ठ संख्या : 448
Category/श्रेणी : All Books, DHARM / धर्म, hindu, All Ved Puran Books In Hindi PDF | सभी वेदों पुराणों की पुस्तक हिंदी में
Page Quality/पेज क्वालिटी : Normal
Language/भाषा: Hindi
मार्कंडेय पुराण (Markandeya Purana)
मार्कंडेय पुराण हिंदू धर्म के 18 महापुराणों में से एक है। यह ऋषि मार्कंडेय के नाम पर आधारित है, जो स्वयं चिरंजीवी (अमर) माने जाते हैं। इस पुराण में धार्मिक, ऐतिहासिक, और दार्शनिक विषयों का गहरा वर्णन किया गया है, विशेष रूप से दुर्गा सप्तशती (चंडी पाठ) का महत्व इसमें प्रमुख रूप से मिलता है।
संरचना और विषय-वस्तु
मार्कंडेय पुराण में लगभग 9000 श्लोक हैं और यह विभिन्न विषयों को कवर करता है। इसे दो प्रमुख भागों में बांटा जा सकता है:

भाग 1: सृष्टि, धर्म, और जीवन के सिद्धांत
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सृष्टि और ब्रह्मांड का निर्माण
- ब्रह्मा, विष्णु, और शिव का महत्व।
- युगों (सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग, और कलियुग) का विवरण।
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ऋषि मार्कंडेय और उनके संवाद
- राजा हरिश्चंद्र की कथा।
- भक्ति, धर्म और मोक्ष पर गहरी चर्चा।
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मन्वंतर और राजवंशों का इतिहास
- 14 मन्वंतरों का वर्णन।
- सूर्यवंश और चंद्रवंश के राजाओं का इतिहास।
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पितरों और यज्ञ का महत्व
- श्राद्ध और पितृ तर्पण की विधियाँ।
- यज्ञों और अनुष्ठानों का फल।

भाग 2: देवी महात्म्य (दुर्गा सप्तशती) और नीतिशास्त्र
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दुर्गा सप्तशती (चंडी पाठ) का विस्तृत वर्णन
- माँ दुर्गा के विभिन्न अवतार और उनकी लीलाएँ।
- महिषासुर मर्दिनी की कथा।
- देवी की पूजा और नवरात्रि का महत्व।
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जीवन, मृत्यु और मोक्ष की शिक्षा
- आत्मा, पुनर्जन्म और मोक्ष के सिद्धांत।
- मृत्यु के बाद आत्मा की यात्रा और कर्म का प्रभाव।
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नीतिशास्त्र और मानव जीवन की गूढ़ बातें
- सत्य, धर्म, दान, और अहिंसा का महत्व।
- गुरु-शिष्य परंपरा, स्त्री-धर्म, और गृहस्थ जीवन की मर्यादाएँ।
मार्कंडेय पुराण का महत्व