Ling Puran / लिंग पुराण
Ling Puran / लिंग पुराण
पुस्तक का साइज : 14.3 MB
पृष्ठ संख्या : 390
श्रेणी : All Books, DHARM / धर्म, hindu, All Ved Puran Books In Hindi PDF | सभी वेदों पुराणों की पुस्तक हिंदी में
पेज क्वालिटी : Normal
Language/भाषा: Hindi
लिंग पुराण (Ling Puran) – संक्षिप्त परिचय
लिंग पुराण हिंदू धर्म के अठारह महापुराणों में से एक है, जिसमें मुख्य रूप से भगवान शिव (महादेव) के लिंग रूप की महिमा का वर्णन किया गया है। यह पुराण भक्ति, आध्यात्मिक ज्ञान, सृष्टि की उत्पत्ति, शिव आराधना, और मोक्ष प्राप्ति के मार्ग को विस्तार से समझाता है।
मुख्य विशेषताएँ:
श्लोकों की संख्या: लगभग ११,००० श्लोक
मुख्य देवता: भगवान शिव
संवाद: भगवान विष्णु और ब्रह्माजी के बीच संवाद
विषय: शिव-लिंग की महिमा, सृष्टि रचना, तीर्थों और व्रतों का महत्व
विषय-वस्तु (Topics Covered)
1. शिवलिंग की महिमा
- शिवलिंग को ब्रह्मांड की आदि शक्ति और निर्गुण ब्रह्म का प्रतीक माना गया है।
- इसमें बताया गया है कि शिवलिंग संपूर्ण सृष्टि का मूल स्रोत है।
2. सृष्टि की उत्पत्ति
- भगवान शिव ने सृष्टि की रचना कैसे की, इसका वर्णन है।
- ब्रह्मा, विष्णु और महेश के कर्तव्यों की व्याख्या की गई है।
3. शिव उपासना और व्रत
- महाशिवरात्रि, प्रदोष व्रत, सोमवती अमावस्या आदि व्रतों की महिमा बताई गई है।
- शिव पंचाक्षर मंत्र (ॐ नमः शिवाय) की शक्ति और प्रभाव समझाया गया है।
4. पुण्य तीर्थों और स्थानों का वर्णन
- काशी, केदारनाथ, अमरनाथ, सोमनाथ जैसे पवित्र तीर्थों की महिमा बताई गई है।
- गंगा, यमुना, नर्मदा, और सरस्वती नदियों का महत्व बताया गया है।
5. शिव और अन्य देवताओं की कथाएँ
- भगवान शिव और पार्वती का विवाह
- अंधकासुर वध, भस्मासुर कथा, मार्कंडेय ऋषि और यमराज कथा
- भगवान शिव का तांडव नृत्य और रुद्र रूप
लिंग पुराण का महत्व
शिव भक्ति का सर्वोच्च ग्रंथ
आध्यात्मिक उत्थान और मोक्ष प्राप्ति का मार्ग
शिवलिंग पूजन और महिमा की विस्तृत व्याख्या
व्रत, तपस्या और शिव साधना के नियम